मध्य प्रदेश में वरिष्ठ IAS अधिकारी संतोष वर्मा अपने विवादित बयानों के बाद एक बड़े प्रशासनिक फैसले की चपेट में आ गए हैं। राज्य सरकार ने उन्हें तत्काल प्रभाव से हटाते हुए वेटिंग में डाल दिया है।यह कदम तब उठाया गया है जब उनके हालिया बयान सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुए और राजनीतिक व प्रशासनिक हल्कों में ज़ोरदार प्रतिक्रियाएँ शुरू हो गईं।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, सरकार ने इस मामले को बेहद गंभीर मानते हुए केंद्र को बर्खास्तगी की सिफारिश भेजने की तैयारी कर ली है। यदि केंद्र इस पर मुहर लगाता है, तो यह हाल के वर्षों में किसी IAS अधिकारी पर होने वाली सबसे बड़ी कार्रवाई मानी जाएगी।पिछले कुछ दिनों में संतोष वर्मा ने एक सार्वजनिक कार्यक्रम के दौरान ऐसा बयान दे दिया जो प्रशासनिक सेवा की तटस्थता की मर्यादा तथा सरकारी सेवा नियमों से बाहर माना गया।जैसे ही उनका वीडियो सोशल मीडिया पर आया,विपक्ष ने इसे मुद्दा बनाया,प्रशासनिक हलकों में नाराज़गी बढ़ी,और सरकार पर कार्रवाई का दबाव भी बढ़ने लगा।
पद से तत्काल हटाया गया वेटिंग में भेजा, यानी कोई सक्रिय ज़िम्मेदारी नहीं जांच रिपोर्ट तैयार, जिसे जल्द केंद्र को भेजा जाएगा बर्खास्तगी की सिफारिश पर तेज़ी से चर्चा विवादित बयान का वीडियो भी केस फाइल का हिस्साIAS अधिकारियों से अपेक्षा की जाती है कि वे राजनीतिक रूप से तटस्थ,संयमित,और सरकारी नियमों के अनुरूप बयान दें।लेकिन संतोष वर्मा के बयान कोगरिमा और सेवा नियमों का उल्लंघन” मानते हुए इसे बेहद गंभीर श्रेणी में रखा गया है।सूत्रों के अनुसार, पिछले कुछ महीनों में उनके खिलाफ कुछ और शिकायतें भी सामने आई थीं, जिन्हें इस घटना के बाद दोबारा देखा जा रहा है।
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